Monday, May 11, 2009

कविता

मां की दुवाएं

(मातृ दिवस को समर्पित)

- डॉ. एस. बशीर, चेन्नै ।

मां की दुवाएं ले लो

हर मुश्किल को आसान कर लो

मां की गरिमा जान लो

मां की महिमा पहचान लो

मां के पैरों के तले जन्‍नत है

मां भगवान की सूरत है

मां के कण-कण में उल्फ़त है

मां के घर-घर में बरक़त है

मां के दिल में चाहत है, राहत है

मां ताक़त है तिज़ारत है

आप के पास मां होती तो

दुनियाँ बड़ी खूब सूरत।

मां न होतो जीवन सूखा दरख्‍त् है

इसलिए.... दोस्‍तो

मां की दुवाएं ले लो

हर काम को आसान कर लो।

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