Friday, February 17, 2012

कविता

नियुक्ति की परिभाषा

रीता सिंह 'सर्जना', तेजपुर, असम





मौसम नौकरी का

है बाज़ार

गर्म हैं

उम्मीद लिए

उम्मीदवार

परीक्षा पत्र में

खोये हुए हैं

दिल टूटने को

हैं आसार

जिसकी जेब

ढीली हैं

चाहे परीक्षा

कितनी भी हो उत्तम

बगैर दक्षिणा

कहाँ होने वाला है ?

झोली में

भेट डालते ही

यहाँ

नाम दर्ज होता है

वरना

बिना नियुक्ति पत्र का स्वाद

बारम्बार चखना पड़ता है l

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